जय श्री राम । बोरी
वाले बाबा की जय ।
मेरे गांव बड़ी खाटु मे वेसे तो बहुत प्रकार के संत है
। एक तो अंग्रेजी सतं भी है वो जब
आते है तो कौछ(kuch) 100,150 अंग्रेज भी साथ लाते है
। अब जब वो गाँव आते है तो तथाकथित गांव के राजनेताओ को
आर्थिक दृष्टि से संपन्न लोगो को उनसे मिलकर उनकी
चाटुकारिता करने मे बहुत आगे रहते है ।24 घंटे उनके पास
जी बाबा जी हा बाबा जी करते
हुए मिल जाएगे । जबकि वो अंग्रेजी बाबा उनको
सही तरीके से मुहॅ भी
नही लगता ओर लगाये भी क्यु जब
उसके पास सोने के अंडे देने वाले अंग्रेज साथ मे हो । ये तो
अंग्रेजी बाबा की कहानी ।
अब मिलिय बड़ी खाटु के एक देव रूपी संत
से सब से महान संतो मे से एक बोरी वाले
बाबाजी से ये हमेशा इन्ही कपड़ो मे
रहते है । सरदी गरमी कोई
भी मोसम हो । आम आदमी इस
तपती धूप मे एक दिन भी बिना कपड़ो के
नही रह सकता । इनका भोजन अगर
किसी ने प्यार से कह दिया तो जिम लेते है अन्यथा
किसी से भोजन मागते नही ।
कभी भी किसी से एक रुपया
दान का नही लेते । ओर अब जो इनके पास दो
बोरी देख रहो हो आप वो बोरी मे ये सब
घरो सै रोटी मांग के इनको भर कर अपने कंधे पर लाद
कर हमेशा जितनी रोटी मिलती
है जो बोरी मे आती है वो गोमाता को खिलाने
का कार्य करते है ।
ऐसै महान संत का बड़ी खाटु के सभी
नागरिको की तरफ से नंमन । हमारे गांव
की घरती पर जितने आप के पाव पड़ते है
उतना ही मेरा गाँव धन्य होता जा रहा है ।
एक विनम्र निवेदन मेरे सभी गांव के
साथीयो ऐसै संतो से जब भी आप मिलो
इन्को सम्मान आदर करो ।
मे दोनो हाथ जोड़कर ऐसै संतो को दंडवत प्रणाम करता हु । —
By:Paramveer rathore